शिव पुराण के अनुसार जो व्यक्ति माथे पर त्रिशूल लगाता है उस पर शिव भगवान की विशेष कृपा होती है और उस पर भगवान शिव अत्यंत प्रसन्न होते हैं शिव पुराण हमारा बहुत बड़ा महा दे दो में पुरान है और इसे भगवान शिव की वाणी या शिव का अवतार कहा गया है। शिव पुराण ही हमारे देश का सबसे बड़ा कुरान है। इसे भगवान शिव

विज्ञान भी मानता है कि त्रिपुंड लगाने से मानसिक तनाव कम होता है। मानसिक डिप्रेशन और अनेक तरह की बीमारी दूर होती है हमारा मन शांत और शीतलता प्रदान करता है। अधिक सोचने से विचार केंद्र या मानसिक श्रम होने पर हमारी त्रिपुंड लगाने पर


त्रिपुंड का महत्व हमारे देश में सिर्फ उनका बहुत महत्वपूर्ण को लगाने से भगवान शिव की कृपा होती है। त्रिपुंड लगाने से भगवान की विशेष और अपार कृपा होती है। रिपोर्ट में 27 देशों की कृपा होती है और उनसे हम पर भगवान की विशेष कृपा होती है। चंदन या भस्म से रिपोर्ट को लगाया जाता है माथे पर तीन रेखाओं और हाथ की तीन देखा उसे एक सिरे से दूसरे सिरे पर लगाया जाता है। तेल लगाने से मन को शांति होती है और मन एकाग्र होता है। डिप्रेशन दूर होता है और मानसिक तनाव दूर होता है तो उनको लगाने से बहुत सारी बीमारी दूर होती है। बहुत सारे पाप दूर होते हैं और हमें